ये सारे सतरंगी रंग | Kavita Ye Sare Satrangi Rang

ये सारे सतरंगी रंग ( Ye Sare Satrangi Rang )   खुशी में डूबे रंग खिलखिला रहे हैं, इतने सारे सतरंगी रंग, कि पुष्प भी चुरा रहे है रंग, आज तितलियों के लिये। जब कोई मिलता है अपना, एक रंग, दूसरे रंग से, तब परिवर्तित हो जाता है, उसका रंग पहले से। कितने सारे रंग … Continue reading ये सारे सतरंगी रंग | Kavita Ye Sare Satrangi Rang