खिलखिलाया करो | Khilkhilaya Karo

खिलखिलाया करो ( Khilkhilaya karo )    तलब इतनी न अपनी बढ़ाया करो, दाग-ए-दिल न किसी को दिखाया करो। गर्म आँसू हैं आँखों में देखो बहुत, घुट -घुटके न जीवन बिताया करो। अच्छे लोगों से दुनिया है भरी-पटी, रोज संग में तू भी खिलखिलाया करो। जाँ को बेचो नहीं, दिल को बेचो नहीं, दिल दुखाने … Continue reading खिलखिलाया करो | Khilkhilaya Karo