ख़ुद को आवाज़ लगाकर देखें

ख़ुद को आवाज़ लगाकर देखें ख़ुद को , आवाज़, लगाकर देखें ।फिर से , ख़ुद को पाकर देखें ।खोई हैं , जितनी मुस्कानें ।जीवन में ,फिर लाकर देखें ।गीत अधर से , छूट‌ गए जो ।उनको , गुनगुना कर देखें ।अंतस में ,छाया जो अंधेरा ।आओ उसे, मिटाकर देखें ।टूटी हैं ,जितनी उम्मीदें ।सब में … Continue reading ख़ुद को आवाज़ लगाकर देखें