ख़्वाबों में आया करो | Khwabon Mein

ख़्वाबों में आया करो ( Khwabon mein )    रात बीते तू ख्वाबों में आया करो, आके देखो सनम फिर न जाया करो। रुत जवानी की टिकती नहीं ये कहीं, नित्य जलवा तू आके दिखाया करो। आशिकी की परत बूढ़ी होती नहीं, अनछुआ वो बदन न छुआया करो। आग उंगली के पोरों तक सुलगे नहीं, … Continue reading ख़्वाबों में आया करो | Khwabon Mein