श्रमिक दिवस समर्पित गीत तुम वर्तमान के पृष्ठों पर ,पढ़ लो जीवन का समाचार । क्या पता कौन से द्वारे से ,आ जाये घर में अंधकार।। आशा की किरणें लौट गयीं ,बैठी हैं रूठी इच्छायें प्रात: से आकर पसर गईं ,आँगन में कितनी संध्यायें इन हानि लाभ की ऋतुओं में, तुम रहो सदा ही … Continue reading श्रमिक दिवस समर्पित गीत
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