लक्ष्य पर संधान | Lakshya par kavita

 लक्ष्य पर संधान  ( Lakshya par sandhan )    रास्ता बहुत कठिन था हमारा पर मंजिल पाना ज़रूरी था हमारा। तलब थी यही इस मन में जो हमारी कोई अनहोनी ना हो जाएं इच्छा थी हमारी।। मज़बूत था इरादा और पक्का था हमारा वादा जिन्दा पकड़ आएं तो ठीक नही तो फिर शूट। देश आन्तरिक … Continue reading लक्ष्य पर संधान | Lakshya par kavita