माँ की ममता | Maa ki mamta poem

माँ की ममता ( Maa ki mamta )   तुम्हारें हर रुप को मेरा वन्दन है माँ, तेरे इन चरणों को मेरा प्रणाम है माँ। माँ तू ही यमुना और तुम ही जमुना, तुम ही गंगा, कावेरी तुम ही नर्मदा।।   माँ तुझमे है दुर्गा और तुझमे लक्ष्मी, ममता की हो मूरत भोली सी सूरत। … Continue reading माँ की ममता | Maa ki mamta poem