महेन्द्र कुमार की कविताएं | Mahendra Kumar Hindi Poetry

अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस खुशियों के प्रसून खिलते,अपनत्व के उपवन में पुलकित प्रफुल्लित अंतरतम, प्रेम सुधा सरित प्रवाह । सुख समृद्धि शांति सद्भाव , उत्संग पटल नैतिकता अथाह । मान सम्मान मर्यादा परंपरा, सुसंस्कार दीप्ति चितवन में । खुशियों के प्रसून खिलते, अपनत्व के उपवन में ।। विपन्नता संकट स्थिति, एकता रूप दिव्य कवच । अप्रतिम … Continue reading महेन्द्र कुमार की कविताएं | Mahendra Kumar Hindi Poetry