महेन्द्र कुमार की कविताएं | Mahendra Kumar Hindi Poetry

श्री मद्भागवत शब्द अर्थ अति उत्तम,भाव सारे अनुपम हैं तीन सौ पैंतीस दिव्य अध्याय, बारह प्रेरणा पुंज स्कंध । अठारह हजार भव्य श्लोक , श्री कृष्ण प्रेम आनंद बंध । कथा श्रवण शुभ मंगल, सौभाग्य उदयन प्रक्रम हैं । शब्द अर्थ अति उत्तम,भाव सारे अनुपम हैं ।। हिंद वांग्मय मुकुटमणि प्रभा, संपूर्ण वेदांत सार सरिता … Continue reading महेन्द्र कुमार की कविताएं | Mahendra Kumar Hindi Poetry