माहिया | Mahiya

माहिया ( Mahiya )   आया फाग महीना सुन ले रे साजन, मुश्किल तन्हा जीना !! १ !! आयो घूमत घूमत फागुन बासंती, तन-मन मोरा झूमत !! २ !! पतझड़ के मौसम में, खिलने को कलियाँ, आतुर है गुलशन में !! ३ !! बगियन कोयल कूके, मीठी वाणी से, तन मन मेरा फूंके !! ४ … Continue reading माहिया | Mahiya