मनजीत सिंह की कविताएँ | Manjit Singh Poetry
ज़ायका जब मैं रसोई से बाहर आया थोड़ा खुरदरा सिलबट्टा देखा चटनी बनाकर और प्याज़ थोड़ा पका हुआ प्याज थोड़ा जल गया प्याज़ थोड़ा अच्छा लगा सुंघकर आटे से लेपित, चटनी जोड़े में बनाया गया रोट मसालों के साथ तडका किया हुआ दिल में जोश के साथ मिट्टी की हांडी में मिट्टी की खुशबू के … Continue reading मनजीत सिंह की कविताएँ | Manjit Singh Poetry
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