मनजीत सिंह की कविताएँ | Manjit Singh Poetry

मां मां है तो जन्नत है मां से ही मन्नत है मां घर का उजाला है मां ने जन्म दिया मां ने ही पाला है मां घर की आन बान और शान है मां पूरे विश्व में सबसे महान है मां सुबह है मां शाम है मां घर का चिराग है मां से हम उज्जवल … Continue reading मनजीत सिंह की कविताएँ | Manjit Singh Poetry