मेरे आलिंगन में | Mere Alingan mein
मेरे आलिंगन में ( Mere alingan mein ) यह आग अभी तक जलती है ,मेरे आलिंगन में। स्वर मिला सका न कभी कोई ,श्वासों के क्रंदन में ।। 🥇 जब छुई किसी ने अनायास ,भावुक मन की रेखा । दृग-मधुपों ने खुलता स्वप्नों, का शीशमहल देखा। खिल उठे पुष्प कब पता नहीं ,सारे ही … Continue reading मेरे आलिंगन में | Mere Alingan mein
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