मेरी खातिर | Mere Khatir

मेरी खातिर ( Mere khatir )    सुनो इक ख़ूबसूरत घर बनाना तुम मेरी खातिर धनक के रंग सब उसमें सजाना तुम मेरी खातिर। मसर्रत रौशनी एहसास से तामीर हो छत की मुहब्बत से सनी ईंटे लगाना तुम मेरी खातिर। वहां राजा रहोगे तुम वहां रानी रहूंगी मैं किसी को दरमियां अपने न लाना तुम … Continue reading मेरी खातिर | Mere Khatir