मेरे पापा | Mere Papa

मेरे पापा ( Mere Papa )    कहां चले गए हमें यू अकेला छोड़ के कर पाते कुछ बातें रिश्ते सारे तोड़ के बहतेआंखों के आंसू क्यों नहीं अब पोछते हंसते-हंसते चुपके से हाथ हमारा छोड़ के गम दबा ढूंढ रहे हैं मुस्कुराहट ओढ के तलाशते रहते हैं बेटा कोई हमें कहेl   डॉ प्रीति … Continue reading मेरे पापा | Mere Papa