मोहन तिवारी की कविताएं | Mohan Tiwari Poetry

दर्द मर्द को दर्द नहीं होतायह शरीरिक नहीं मानसिक सत्य हैजिनकी निगाहों में लक्ष्य होता हैवे उपेक्षाओं से परे होते हैंडूबते नहीं झूठीं भावनाओं मेंउद्देश्य ही सर्वस्व होता हैइसीलिए मर्द को दर्द नहीं होता रहता है बोझ जिम्मेदारीयोँ काकर्तव्य का, धर्म का, समाज काफुरसत हि कहाँ सुस्ताने की उसेखुद मे हि जीने वालों को बेशक्दर्द … Continue reading मोहन तिवारी की कविताएं | Mohan Tiwari Poetry