मुस्कुराहट | Muskurahat

मुस्कुराहट ( Muskurahat )   हजार गमों की महफिल में, तू मुस्कुराहट को न्योता दिया कर।। नम हुई आंखे तेरी, दिल को सताती है, मुकुराहट तो दिल का सुकून कहलाती है।। ऐ दोस्त , तेरी उदास आंखे, बहुत दिल में हलचल मचाती है, तू बस हंस दे, तो सारी कायनात खुशियां मनाती है।। ज़िंदगी के … Continue reading मुस्कुराहट | Muskurahat