नफ़रतें देख ली है यहां हर घड़ी | Nafrat ghazal
नफ़रतें देख ली है यहां हर घड़ी ( Nafraten dekh li hai yahan har ghadi ) नफ़रतें देख ली है यहां हर घड़ी प्यार की बारिश अब हो रवां हर घड़ी रब फ़ूलों की ख़ुशी की कर दें बारिशें हो रही है ग़मों की ख़िज़ां हर घड़ी है यहां तो उदासी … Continue reading नफ़रतें देख ली है यहां हर घड़ी | Nafrat ghazal
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed