जीस्त में वो फ़िज़ा रब यहां दें मुझे | Nai nai ghazal
जीस्त में वो फ़िज़ा रब यहां दें मुझे ( Jeest mein woh fiza rab yahan de mujhe ) जीस्त में वो फ़िज़ा रब यहां दें मुझे प्यार की उम्रभर वो रवां दें मुझे जीस्त के ख़्वाब वो पूरे कर दें सभी और ए रब नहीं इम्तिहां दें मुझे रख सलामत शाखें प्यार … Continue reading जीस्त में वो फ़िज़ा रब यहां दें मुझे | Nai nai ghazal
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed