नारी हो तुम | Nari par Kavita

“नारी हो तुम “ ( Nari ho tum )    जगत मैं आई हो तो, संसार का कुछ उद्धार करो! अपने अस्तित्व की एक नई , फिर से तुम शुरुआत करो जो जग में जाने जाते हैं , वही वीर कहलाते हैं तुम नारी हो शक्ति स्वरूपा नारायणी जैसा तुम काम करो ! हो समाज … Continue reading नारी हो तुम | Nari par Kavita