नया साल | Naya Saal par Kavita

नया साल ( Naya saal ) कोई रो रहा है कोई गा रहा है लेकिन नया साल मना रहा है। कोई रजाई में पड़ा है कोई नहाने के लिए खड़ा है कोई पानी के लिए चिल्ला रहा है लेकिन नया साल मना रहा है। कोई ठंड से कांप रहा है कोई उठकर अलाव ताप रहा … Continue reading नया साल | Naya Saal par Kavita