Tirchi Nazar Shayari | नज़र तिरछी करे घायल सभी को इस ज़माने में

नज़र तिरछी करे घायल सभी को इस ज़माने में ( Nazar Tirchi Kare Ghayal Sabhi Ko Is Jamane Mein )     नज़र  तिरछी  करे  घायल  सभी को  इस  ज़माने में। है  मिलता  ज़ख्म  वो दिल को नहीं आता बताने मे।।   उसी  की  याद  आती है  सदा  दिन -रात घायल को। करो  कोशिश  भले … Continue reading Tirchi Nazar Shayari | नज़र तिरछी करे घायल सभी को इस ज़माने में