पहाड़ों की दास्तां और गांव में रास्ता

तुम मिलकर मुझे तोड़ो मैं तुम सबके लिए अकेला ही काफी हूं। पहाड़ों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर तुम अपना रास्ता निकाल लेते हो कभी सोचा है बरसात में जब काई जमती है और उसमें छोटे-छोटे फूल उगते हैं पूरी प्रकृति एक पहाड़ पर जीवन देने के लिए एकत्रित होती हैं। उस पहाड़ पर जब … Continue reading पहाड़ों की दास्तां और गांव में रास्ता