पंचतत्व में मिल जाना है | Panchtatva par kavita

 पंचतत्व में मिल जाना है ( Panchtatva mein mil jana hai )   पंचतत्वों से बना यह हमारा शरीर, दानव- मानव चाहें गरीब- अमीर। इनसे बना सृष्टि का प्रत्येक पदार्थ, आकाश वायु अग्नि पृथ्वी व नीर।।   सृष्टि के माने गए यह पंचमहाभूत, साफ़ स्वच्छ रखना सबको जरुर। बंद मुट्ठी आए खुल्ली मुट्ठी जाएंगे, एक … Continue reading पंचतत्व में मिल जाना है | Panchtatva par kavita