होली देखो आई रे | Poem Dekho Holi Aayi Re

होली देखो आई रे! ( Holi dekho aayi re )    मल दे अबीर मोहें, होली देखो आई रे! तन-मन पे मस्ती छाई रे! होली देखो आई रे! नयना से नयना कोई जोड़े, चढ़ती जवानी पे डोरे डाले। ताकधिन-ताकधिन होने लगे, रंगों की बौछार सहने लगे। मिलने लगे जब अंगों से अंग, फूलों का बाण … Continue reading होली देखो आई रे | Poem Dekho Holi Aayi Re