जब तक भला किया | Poem jab tak bhala kiya
जब तक भला किया ( Jab tak bhala kiya ) जब तक भला किया,वो सहारा बना रहा। आँखों में हर किसी के,सितारा बना रहा।। चाहा कि अपने वास्ते,दो पल जियूँ कभी अपनों का उस घड़ी से, किनारा बना रहा।। रिश्तों को टूटने से बचाने के वास्ते, आकर विजय के पास, हारा बना … Continue reading जब तक भला किया | Poem jab tak bhala kiya
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