कोई ऐसी गजल लिखूं | Poem Koi aisi Ghazal likhoon
कोई ऐसी गजल लिखूं ( Koi aisi ghazal likhoon ) कोई ऐसी गजल लिखूं, वो प्रेम सितारा हो जाए। अपनापन अनमोल बरसे, नेह की धारा हो जाए। रच लूं सुंदर गीत सुरीला, नगमा ये प्यारा हो जाए। रस में भीगे शब्द मोहक, हसीं काव्यधारा हो जाए। दोहा मुक्तक छंद सोरठा, सवैया भी सारा हो … Continue reading कोई ऐसी गजल लिखूं | Poem Koi aisi Ghazal likhoon
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