रिश्तो का मेला | Poem on rishtey in Hindi

रिश्तो का मेला ( Rishton ka mela )     सद्भाव का संगम अनूठा  रिश्तो का मेला जहां उमड़ता सागर है अपनापन अलबेला   एक दूजे के दर्द बांटते सुखों में रहते शामिल तीज त्योहार होली दिवाली सब मनाते हिलमिल   खुशियों का संसार हमारा प्यारा रिश्तो का मेला धागा है यह अटूट प्रेम का … Continue reading रिश्तो का मेला | Poem on rishtey in Hindi