पलके अपनी खोल प्रभु | Poem palke apni khol prabhu

पलके अपनी खोल प्रभु ( Palke apni khol prabhu )     तुमने भेजा है धरती पे क्या होता मेरे साथ प्रभु पलके अपनी खोल जरा देखो हे मेरे नाथ प्रभु   कोई आंख दिखाता कोई मुझको धमकाता है मेहनत खून पसीने की कोई कमाई खा जाता है   मेरी हर तकलीफों का बढ़ गया … Continue reading पलके अपनी खोल प्रभु | Poem palke apni khol prabhu