पुस्तके ज्ञान का भंडार | Poem pustake gyan ka bhandar
पुस्तके ज्ञान का भंडार ( Pustake gyan ka bhandar ) बुद्धि दायिनी पुस्तकें सन्मार्ग दिखलाती है। अथाह ज्ञान सागर है दिव्य ज्योत जगाती है। प्रगति पथ को ले जाती सफलता दिलाती। कला कौशल हूनर मानव को सीखलाती। ज्ञान गुणों की खान है ग्रंथों का सुंदर रूप। आलोकित जीवन हो मंजिल मिले सरूप। … Continue reading पुस्तके ज्ञान का भंडार | Poem pustake gyan ka bhandar
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