प्रतिस्पर्धी | Pratispardhi

प्रतिस्पर्धी ( Pratispardhi )   हार जीत तो जीवन का हिस्सा है यह जरूरी नही की धावक के हर कदम पर पदक ही धरा हो हार भी तो जीत के लिए ही किया गया प्रयास है जो सीखा देता है स्वयं की कमियों को जीत की दिशा मे बढ़ने के लिए सफलता मे यदि प्रसन्नता … Continue reading प्रतिस्पर्धी | Pratispardhi