प्रेम में प्रदर्शन नहीं, दर्शन भाव निहित

प्रेम में प्रदर्शन नहीं, दर्शन भाव निहित   एक सुंदर सा अहसास, हर पल कारक उजास । सब अच्छा लगने लगता, दूर हो या फिर पास। अंतर्मन अनूप श्रृंगार कर, दिव्यता करता समाहित । प्रेम में प्रदर्शन नहीं,दर्शन भाव निहित ।। दिव्य भव्य मोहक छवि, हृदय पटल वसित । निशि दिन प्रति पल, मधुर स्मृतियां … Continue reading प्रेम में प्रदर्शन नहीं, दर्शन भाव निहित