एक पुरुष की पीड़ा | Purush ki Peeda

” एक पुरुष की पीड़ा “ ( Ek purush ki peeda )   कहने को तो मर्द ताकतवर होता है, पर उससे बड़ा कमजोर कोई नहीं होता, कानून भी बने हैं नारी की सुरक्षा के लिए मर्दों की कोई सुनने वाला कहाँ होता है। जीवन भर परिवार के लिए कमाता है, जोड़कर जमा पूंजी आशियाना … Continue reading एक पुरुष की पीड़ा | Purush ki Peeda