राम तेरा गुण गाउं | Ram Tera Gun Gaun
राम तेरा गुण गाउं ( Ram Tera Gun Gaun ) निरखी प्रभु जब मूरत तेरी हलचल सी मची जिया में मेरे हुई प्रफुल्लित मन की बगिया रोम रोम में समाये राजा राम रसिया नशीली आंखों के गहरे समंदर में डूबूं,उतरूं,तैरूं, और कभी मैं ठहरूं l देख मनोहारी छवि बलिहारी मैं जाऊं l रसीले अधरों … Continue reading राम तेरा गुण गाउं | Ram Tera Gun Gaun
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