कुमार अहमदाबादी की रुबाइयाँ | Rubaiyat of Kumar Ahmadabadi
प्यासी विनती प्यासी विनती मान सभा में आजा दिल की खासम खास सभा में आजा देकर मधु आवाज़ बुलाता हूं तू प्यासे दिल की राजसभा में आजा जीवन जीवन ने पूरी की है हर हसरत मुझ को दी है सब से अच्छी दौलत किस्मत की मेहरबानी से मेरे आंसू भी मुझ से करते हैं नफरत … Continue reading कुमार अहमदाबादी की रुबाइयाँ | Rubaiyat of Kumar Ahmadabadi
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