सादगी अच्छी नहीं | Saadgi Shayari
सादगी अच्छी नहीं ( Saadgi Achi Nahi ) हद से ज़्यादा सादगी अच्छी नहीं बेहिसों से बंदगी अच्छी नहीं। पास है दरिया समंदर मांगता देख इतनी तिश्नगी अच्छी नहीं। जानकर सब नासमझ बनता है वो बस अदा उसकी यही अच्छी नहीं तू न हो जिसमें तेरा जलवा न हो मौत सी वो ज़िंदगी अच्छी … Continue reading सादगी अच्छी नहीं | Saadgi Shayari
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