सबको जाना है ( Sabko Jana Hai ) देर लगी हां लेकिन सबको जाना है ,रफ़्ता रफ़्ता चेहरों को पहचाना है। हर छोटी सी बात बुरी लगती उसको,गुस्सा इतना ठीक नहीं समझाना है। देख के कल वो मुसकाया था महफ़िल में ,बस इसका ही बन बैठा अफ़साना है। जब भी मिलता बात वफ़ा की करता … Continue reading सबको जाना है | Sabko Jana Hai
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