खूब आंखों में नमी है आजकल| Sad ghazal heart touching

ख़ूब आंखों में नमी है आजकल ( Khoob aankhon mein nami hai aajkal )     हाँ सताती मुफ़लिसी है आजकल ख़ूब आंखों में नमी है आजकल   बढ़ गयी  बेरोजगारी अब बहुत यार पैसों की कमी है आजकल   हो गया इंसान से बढ़कर पैसा यार सस्ती जिंदगी है आजकल   कौन उल्फ़त के … Continue reading खूब आंखों में नमी है आजकल| Sad ghazal heart touching