सहारा (Sahara ) सहारा किसका ढूँढ रहा है कि जब, श्रीनाथ है नाव खेवईया। रख उन पर विश्वास भवों से, वो ही पार लगईया॥ सहारा किसका…. * कर्म रथी बन धर्म पे ही चल, मन में नाथ को अपने रख कर। गर विश्वास प्रबल होगा तक, वो ही है पार लगईया॥ सहारा किसका….. * … Continue reading Hindi Kavita -सहारा
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