समझो तो जग में हर कोई अपना | Samjho to
समझो तो जग में हर कोई अपना ( Samjho to jag mein har koi apna ) समझो तो जग में हर कोई अपना समझो तो यह एक प्यारा सपना समझो जरा रिश्तो की पावन डोर समझो यह महकती सुहानी भोर प्यार के वो मधुर मधुर तराने अनमोल मोती स्नेह के बहाने अपनापन अनमोल जताकर … Continue reading समझो तो जग में हर कोई अपना | Samjho to
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