सावन में नहीं आए भरतार | Sawan mein Nahin Aaye Bhartar
सावन में नहीं आए भरतार ( Sawan mein nahin aaye bhartar ) राह तक रही ये अंखियाॅं जो प्रेम दीवानी तेरी, साजन के बिन है अधूरी प्यारी सजनी ये तेरी। तेरे बिना साजन ये सावन लग रहा सूना-सूना, कब आओगे हमें बतादो तड़पे ये चाॅंदनी तेरी।। विरह में ऐसे तड़प रहें जैसे नही बदन … Continue reading सावन में नहीं आए भरतार | Sawan mein Nahin Aaye Bhartar
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