सीमाएं | Poem in Hindi on Seema
सीमाएं ( Seemayen ) सीमाओं की भी एक सीमा,खींचे चित्र चितेरे, समय की गति को बांध न पाए,सीमाओं के घेरे। सूर्य चन्द्रमा बंधे समय से ,सृष्टि करे प्रकाशित। शिक्षा देते मुस्काने की,जीवन करो सुवासित। कहते रेखाएं न खींचो,वसुधा सकल परिवार। हम सीमाओं से बाहर है ,देते प्रभा एकसार। जाति धर्म और … Continue reading सीमाएं | Poem in Hindi on Seema
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