शफ़क़ का वह शिहाब बन यूं आया | Suneet Sood Amazing Ghazal

शफ़क़ का वह शिहाब बन यूं आया ( Shafaq Ka Wah  Shihab Ban Yoon Aya )   शफ़क़ का वह शिहाब बन यूं आया कि  शाम  रौशन  कर  गया  मेरी   लगा हज़ारों चाँद उतर आये ज़मीं पर वो  रात  भी  हर  रात  जैसी  न  थी   जो   छुआ   उस   महताब   को  तो भर गये … Continue reading शफ़क़ का वह शिहाब बन यूं आया | Suneet Sood Amazing Ghazal