शिक्षकवृंद ( Shikshak Vrind ) जीवन पथ मूर्धन्य बना ,शिक्षकवृंद श्री चरण स्पर्श से तन मन सज संवर , अनुपम मंगल पावन । सतत ज्ञान ओज वृष्टि, दृष्टि हरित सावन । उर पटल प्रफुल्लित, सदा अनूप पुनीत दर्श से । जीवन पथ मूर्धन्य बना, शिक्षकवृंद श्री चरण स्पर्श से ।। निर्मित अभिप्रेरणा आरेख , … Continue reading शिक्षकवृंद | Shikshak Vrind
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed