श्री कृष्ण प्रेम | Shri Krishna Prem 

श्री कृष्ण प्रेम ( Shri Krishna Prem )   श्री कृष्ण प्रेम सुगंधि,श्री मद्भागवत में ********** तीन सौ पैंतीस दिव्य अध्याय, बारह प्रेरणा पुंज स्कंध । अठारह हजार श्लोक अनुपमा, शब्द आभा आनंद बंध । कथा श्रवण परम सुअवसर , सुषुप्त सौभाग्य जगावत में । श्री कृष्ण प्रेम सुगंधि,श्री मद्भागवत में ।। हिंद वांग्मय मुकुटमणि … Continue reading श्री कृष्ण प्रेम | Shri Krishna Prem