सीखा ये गुलाब से | Sikha ye Gulab se
सीखा ये गुलाब से ( Sikha ye gulab se ) गुलाब से सीखा काटो में भी मुस्कुराकर अपना सुंदर कोमल अस्तित्व सजोना , मसला जाए , टूट जाए या सुख जाए धूप से हर हाल में अपनी सुगंध से परिपूर्ण रहना सबको यही महकता हुआ संदेश देना ।। मुस्कुराते हुए फूलों से बस इतना … Continue reading सीखा ये गुलाब से | Sikha ye Gulab se
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