सिर्फ | Sirf

सिर्फ ( Sirf )    मिला सिर्फ दर्द ,और मिले सिर्फ आंसू आपसे लगाकर दिल,कहो हमे क्या मिला मिल गई है मंजिल ,आपकी तो आपकी आपकी यादों के सिवा,कहो हमे क्या मिला कह दिए होते,नही मंजूर यह सिलसिला रेत की तृष्णा के सिवा,कहो हमे क्या मिला सिवा प्यार के कब तुम्हारा,साथ हमने मांगा खामोशी के … Continue reading सिर्फ | Sirf