स्त्री योद्धा होती है | Stree Yoddha Hoti hai

स्त्री योद्धा होती है ( Stree Yoddha Hoti hai ) खून पानी ही नहीं, अपनी रंगत भी देती है, माँ गर्भ धारण कर, खुशी का संगत देती है। नौ महीने का सफर आसान नहीं, हर बच्चे का ओर(गतिविधि) सामान नहीं। एक में करती बहुत उल्टी, तो दूसरे में खाती मिट्टी। चेहरे पर झाई(दाग), पक गये … Continue reading स्त्री योद्धा होती है | Stree Yoddha Hoti hai