तजुर्बा | Tajurba

तजुर्बा ( Tajurba )   अदना सी बात भी चुभ जाए अगर दिल मे तो बन जाती है आंख की किरकिरी प्रयासों के बाद भी वह निर्मलता नही आती… शब्द मे भी होती है कठोरता पत्थर सी शब्द से पिघल जाते हैं पत्थर दिल भी शब्द जोड़ देते हैं टूटते संबंधों को शब्द बढ़ा देते … Continue reading तजुर्बा | Tajurba