तमन्नाएं | Tamannayen

तमन्नाएं ( Tamannayen )  निकला था आकाश को छू लेने की ख्वाहिश मे तमन्ना थी सितारों के साथ बादलों संग खेलूं चांद की धरती पर सूरज से बाते करूं पर, अचानक ही धरती डोल गई,और मैं गिरा गहरी खाई मे बहुत देर बाद समझा की मैं हनुमान नही था ऐसे ही ठंड की कंपकंपाती रातों … Continue reading तमन्नाएं | Tamannayen