टपकती उसके न लब से शबनमी है | Aazam ki shayari

टपकती उसके न लब से शबनमी है ( Tapakti uske na lab se shabanami hai )      टपकती उसके न लब से शबनमी है प्यार की उसमें नहीं वो ताज़गी है दोस्ती थी जिससे ही गहरी ये मेरी अब उसी से ही हुई ये दुश्मनी है   कुछ कहा भी तो नहीं उससे ग़लत … Continue reading टपकती उसके न लब से शबनमी है | Aazam ki shayari